Korba
AIR POLLUTION- 5JUNE WORLD ENVIRONMENT DAY
वायु प्रदूषण विषय पर परिचर्चा
कोरबाः 4 जून 2019 – 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के तत्वाधान में विष्व सद्भावना भवन कोरबा में बाल व्यक्तित्व विकास शिविर के समापन पर बच्चों के मध्य विषयः वायु प्रदूशण एवं रोकथाम पर परिचर्चा आयोजित की गई। कु. संजना 8वीं ने कहा के वायु प्रदूषण का कारण और कोई नहीं लेकिन हम आम नागरिक ही हैं। यदि हम सब सचेत हो जाये ंतो वायु प्रदूशण का नाम और निशान भी नहीं रहेगा। कु. अंशिका 2री ने कहा कि प्रकृति के साथ खिलवाड़ ही वायू प्रदूशण का कारण है। पेड़ों को दिनों दिन काटा जा रहा है। कु. बरखा ने कहा कि वन प्राणियों का संरक्षण करना हमारा परम कर्तव्य है। ऐसा पाया गया है कि वे पानी के न मिलने के कारण वे मर जाते हैं। जीव जन्तु प्रकृति के चक्र को पूरा करते हैं। पीहू ने, चार मोटे हाथी घूमने चलें कविता सुनाकर सबका मन मोह लिया। कु. तनिशा 6वीं ने कहा कि कल कारखाने वायु प्रदूषण का कारण बनते जा रहें हैं। इनसे निकलने वाले धुयें पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। शाश्वत 9वीं ने कहा कि वाहनों को चलाते समय हार्न आवश्यकतानुसार ही प्रयोग में लाना चाहिए, जो कि ध्वनि प्रदूषण का कारण बनते हैं। प्रांजल 4थी ने कहा कि पेड़ हमें आक्सीजन देते हैं इसलिये उनकी रक्षा करनी चाहिए। समीर ने कहा कि हमें अधिक से अधिक सायकिल चलाना चाहिए। तरूण 6वीं ने कहा कि वायु प्रदूषण से प्राणियों के स्वास्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है, जो कि अनेकानेक बीमारियों का कारण बनता है। यह जानलेवा साबित हो सकती हैं। शशांक 6वीं ने कहा कि लोग स्वार्थी हो गये हैं। उद्योगों की गुणवत्ता पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। कु. जानवी ने कहा कि लोगं अधिक आराम पसन्द बन गये हैं, फ्रिज, ए.सी आदि में प्रयोग होने वाली गैसों से ओजोन लेयर का क्षरण होता है। कु. वागिशा 4थी ने कहा कि हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए। कु. अंशिका महन्त ने कहा कि हमें साजेधारी वाहन व रोड ट्रांसपोर्ट सिटी बस आदि का अधिक प्रयोग करना चाहिए। हिमांशु ने कहा कि बच्चों को स्कुल स्वयं के वाहन से न ले जाकर रोड ट्रांसपोर्ट से भेजना चाहिए। कु. रश्मी ने कहा कि पेड़ की पत्तियों को न जलाकर उनकी खाद बनानी चाहिए। कु. ट्यूंकल, आषा, चाॅदनी, कोमल, रिया, दिया ने भी अपने विचार व्यक्त किया। ब्रह्माकुमारी सारिका, ब्रह्माकुमारी आश ने बच्चों को मेडिटेशन का अभ्यास कराके उनकी स्मरण शक्ति को बढ़ाने पर प्रकाश डाला।