Korba
SAHAJ RAJYOGA WEEK 2018 KORBA, JAMNIPALI, RAJGAMAR, CISF, SARAGBUNDIA

योग सप्ताह में, सहज राजयोग अभ्यास की लहर
21 जून विश्व योग दिवस के अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के तत्वाधान में सहज राजयोग सप्ताह का आयोजन दिनांक 15 जून से 21 जून 2018 तक किया गया है। राजयोग केन्द्र जमनीपाली में, योग सप्ताह का षुभारम्भ दीप प्रज्जवलन कर गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया। भ्राता रामकुमार साहू अपर महाप्रबंधक एन.टी.पी.सी. डाॅ. के.सी देबनाथ, कमल कर्माकर पूर्व महाप्रबंधक बाल्को, बी.पी. अग्रवाल वरिश्ठ प्रबंधक, रमेष कुमार त्रिपाठी जूनियर आफीसर एकाउन्टस् के साथ एक बड़े जन समुदाय ने योग का अभ्यास किया।
सी. आई. एस. एफ दर्री में आयोजित योग कार्यक्रम में अधिकारी तथा सुरक्षा बल सैनिकों ने योग का अभ्यास किया तथायोग दिवस पर सभी को अपनी शुभकामनायें दीं। भा्रता शैलेन्द्र शर्मा शिक्षक आदर्श विद्या मंदिर बाल्को, कमलेश तथा ब्रह्माकुमारी भारती बहन ने योग अभ्यास कराया।
आफीसर्स क्लब रजगामार में आयोजित योग कार्यक्रम में अपनी षुभकामनायें व्यक्त करते हुए भ्राता जगदीश दास सब एरिया मैनेजर एस.ई.सी.एल ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम सभी के लिये बहुत ही लाभप्रद हैं। आगे भी इस क्षेत्र में मैं सभी के लिये योग शिविर का आयोजन करेगें। डाॅ. के. सी. देबनाथ संचालक अक्षय हास्पिटल कोरबा ने कहा कि मन बुद्धि को एकाग्र करने का मार्ग है, सहज राजयोग। मन से एक परमात्मा को याद करना है। उनकी की ही महिमा के गीत गाना है। एक के ही अंत में जाना ही एकान्तवासी बनना है। एक परमात्मा में ही सारे संसार की सर्व प्राप्तियों की अनुभूति हो।
ब्रह्माकुमारीज् रूहानी हास्पिटल सरगबुंदिया में आयोजित योग कार्यक्रम में भ्राता पुरूषोत्तम पटेल प्राचार्य शा. उ.मा.वि.तुमान ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम होने से बच्चों को प्रेरणा मिलती है और लोगों में जन जागृति भी आती है। भ्राता षेखर राम ने मंच का संचालन किया तथा भ्राता महावीर राजपूत ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
अशोक वाटिका टी.पी. नगर कोरबा में आयोजित योग कार्यक्रम में बहन रश्मि ने शर्मा ने योग का अभ्यास कराया। ब्रह्माकुमारी लीना बहन ने कहा कि श्रीमद् भागवद् गीता ज्ञान के अनुसार अध्याय 12 के, ष्लोक 11 में वर्णन है कि निरन्तर याद का अभ्यास यदि कठिन लगता है, तो मेरे लिये कर्म कर। यदि यह भी नहीं कर सकता तो कर्मों के फल की कामना मत कर, इससे तुझे तुरन्त ही शांति प्राप्त होगी। ब्रह्माकुमारी रूकमणी बहन ने राजयोग का अभ्यास कराते हुए कहा कि योग साधना से मन की एकाग्रता आती है और एकाग्रता से अनेक सिद्धियां प्राप्त होती हैं। इसकी सहज विधि है सहज राजयोग।