Uncategorized
NASHA MUKTI WEEK 2018 – CHURI, CHUYA
नशा मुक्ति सप्ताह में अनेकानेक कार्यक्रम का आयोजन
कोरबा 26.06.2018-प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के तत्वावधान में विष्व सद्भावना भवन कोरबा में मातेष्वरी जगदम्बा के स्मृति दिवस पर बहन उर्मिला गुप्ता मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी कोरबा, भ्राता रामकुमार साहू अपर महाप्रबंधक एन.टी.पी.सी, अविनाष तिवारी मुख्य चिकित्साधिकारी एन.सी.एच, एस.ई.सी.एल. कोरबा, डाॅ. नागेन्द्र षर्मा, डाॅ. के.सी. देबनाथ, भा्रता बी.पी.अग्रवाल वरि. प्रबंधक एवं अनेक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में नशा मुक्ति सप्ताह का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलन करके किया गया। नशा मुक्ति सप्ताह के अंतर्गत विषय नशा नाश की जड़ पर चित्रकला प्रतिस्पर्धा, परिचर्चा एवं अनेकानेक जन जागृति कार्यक्रम कई स्थानों पर आयोजित किये जायेगें।
26 जून विश्व नशा निवारण दिवस के अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर छुर्री में आयोजित कार्यक्रम में भ्राता प्रमोद तिवारी प्राचार्य ने बड़े ही प्रेरणादायी षब्दों में कहा कि अंचल को नषा मुक्त बनाने के लिये अनेकानेक कार्यक्रम अनेक संस्थानों से मिल कर आयोजित किये जायेंगें जिसमें रैलियां आदि निकाली जायेगी। ब्रह्माकुमारी पूजा ने कहा कि नषा तन, मन, धन, संबधों आदि सभी को नष्ट कर देता है। ब्रह््माकुमारी जानकी ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है। नशे की लत से छुटकारा पाने के लिये हमें स्वयं ही प्रयास करना होगा। डाॅ. के.सी.देबनाथ एम.डी. ने नषे से होने वाली अनेकानेक बीमारियों पर प्रकाश डाला। नषे से मस्तिश्क की कार्यप्रणाली का अनियंत्रण होना, पेन्क्रीअस को हानि, यकृत को हानि -सिरासिस, अमासय में छाले, रक्तचाप का बढ़ना आदि कई बीमारियों का व्यक्ति षिकार हो जाता है।
शा.पूर्व मा. वि. चुईया में विद्याथियों ने समूह बनाकर घर घर जाकर अंचल को नषा मुक्त बनाने का संकल्प लिया। भ्राता टी.आर मेहरा प्रधान पाठक ने कहा कि संगठित रूप से बच्चों की यह अपील निष्चित ही लोगों के लिये पे्ररणादायी होगी। क्योंकि बच्चों से सभी का बहुत प्यार होता है। बाबूलाल कंवर ग्रामीण, सरपंच परिवार ने कहा कि बच्चों का यह समूह अकेला नहीं है, हम सभी भी इनके साथ हैं। नषे के कारण बढ़ती बुराई का सामना करने के लिये हम सबको आगे आना होगा। ब्रह्माकुमारी सुनीता ने कहा कि जब जीवन को श्रेश्ठ बनाने का नारायणी नषा होगा तो सभी नषे स्वतः ही विदाई ले लेंगें। आपने सभी को राजयोग का अभ्यास कराया। बहन प्रेरणा राही शिक्षिका ने कार्यक्रम का संचालन किया। बच्चों के द्वारा नुक्कड़ नाटक एवं अनेक प्रकार की प्रस्तुति दी गई।
बच्चों का नषा मुक्ति समूहः
बालक-शिवनाथ, यशवंत, पुरंजन, हरीश, आकाश, गोकरण, भवानी।
बालिका-मान कंुवर, सरोजनी, मेंहन्दी, निशु, शीतल, मधु, प्रियंका।
Uncategorized
SHRI SATMUKH KOTI HRIHRATMAK MAHAYAGYA-KATGHRA

चैतन्य देवी की झांकी एवं राजयोग शिविर का आयोजन
कटघेराः25.11.2019-प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के तत्वाधान में श्री शतमुख कोटि हरिहरात्मक महायज्ञ मृत्युन्जय धाम कटघोरा परिसर में चैतन्य देवी की झांकी का आयोजन किया गया जिसका सैकड़ो श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिया। इसके साथ आयोजित राजयोग चि़त्र प्रदर्शनी से आत्म दर्शन एवं परमात्म दर्षन भी प्राप्त किया।
निःशुल्क 5दिवसीय प्रसन्न मन और आनंदमय जीवन शैली शिविर का आयोजन दिनांक 26.11.2019 से 30.11.2019 तक प्रातः 8ः00 बजे ब्रह्माकुमारी पाठशाला मेला ग्राउण्ड बी.आर.सी. मार्ग में किया गया है। षिविर से लाभ लेने के लिये आप सादर आमंत्रित हैं।
मानवता की सेवा में, ब्रह्माकुमारी रूकमणी
Uncategorized
CHATTISHGARH KISAN SASHKTIKARAN ABHIYAN – PRESS VARTA
किसान सशक्तिकरण अभियान ,कोरबा अंचल में
कोरबाः 13.09.2019 -प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के ग्रामविकास प्रभाग द्वारा छत्तीसगढ़ किसान सशक्तिकरण अभियान का शुभारंभ सात दिशाओ ंमें विभिन्न रथ द्वारा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में माननीय श्रीरविन्द्रचैबे (कृषि मंत्री छत्तीसगढ़ शासन) द्वारा किया गया । यह अभियान कोरबा अंचल में दिनांक 14 एवं 15 सितम्बर को अनेकानेक कार्यक्रमों के द्वारा जनजागृति लाएगा। जिसका मुख्य उद्ेश्य – 1.किसानों को व्यसनों से मुक्त करना 2. अन्धविश्वास एवं कुप्रथाओं का उन्मूलन 3. विध्वंशात्मक कार्यो में लगे युवाओं को सृजनात्मक कार्यो के लिए प्रेरणा 4. पारम्परिक यौगिक खेती अपनाकर पौष्टिक अन्न का उत्पादन 5. खेती की लागत कम करने के उपाय बताना 6. नकारात्मक चिन्तन को समाप्त कर सकारात्मक सोच उत्पन्न करना 7. आचरण एवं विचारों की शुद्वता द्वारा स्वच्छ एवं स्वस्थ भारत का निर्माण 8.आध्यात्मिक जागृति द्वारा आपसी भाईचारे को बढ़ाना 9. सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी औरउन्हें प्राप्त कराने में सहायता करना।
Uncategorized
YOGA IN BEIT SECL
एक दिवसीय महिला सशक्तिकरण पर कार्यशाला आयोजित
कोरबाः29.08.2019- बी.ई.टी.आई कोरबा दक्षिण पूर्वी कोयला प्रक्षेत्र कोरबा के तत्वाधान में एक दिवसीय महिला सषक्तिकरण कार्यक्रम में कार्यक्षेत्र एवं जीवन शैली का संतुलन, विषय पर कार्यशाला का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलित करके रीक्रियेशन क्लब एस ई सी एल कोरबा में किया गया। भ्राता मदनजीत सिंह प्राचार्य बी.ई.टी.आई ने कहा कि कार्यक्षेत्र में कार्यरत महिलाओं का यदि स्वास्थ्य अच्छा होगा तो इसका प्रभाव कार्य की गुणवत्ता के साथ जीवनशैली, परिवार, समाज और देश पर भी पडे़गा। आपने कहा कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय पूरे विश्व में एक पवित्र संस्था है और इनके विचार बहुत ही शांतमय और शक्तिशाली होते हैं। हमें बड¬़ा ही हर्ष हो रहा है कि आज ब्रह्माकुमारी बहनों का सानिध्य हमें मिला है। ब्रह्माकुमारी जितेश्वरी बहन ने राजयोग एवं योगासन का अभ्यास कराते हुए कहा कि स्वास्थ्य एक बहुत बड़ी सम्पत्ति है। आज के परिवेश में पैसे कमाने की होड़ में हम अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देते हैं और हमारी दिनचर्या अव्यवस्थित हो जाती है। परिणाम स्वरूप हमें घातक बीमारियों का सामना करना पड़ता है। पहले हम धन कमाने के लिये स्वास्थ्य को दांव पर लगाते हैं, फिर स्वास्थ्य ठीक करने के लिये पैसे को पानी की तरह बहाना पड़ता है। पहले लोग दिमाग कम तथा षारीरिक मेहनत अधिक करते थे, इसीलिये बीमारी भी कम होती थी लेकिन आजकल लोग मोबाईल, इन्टरनेट और सोसियल मीडिया के कारण शारीरिक मेहनत कम करते हैं। आपसी संबंधों में तालमेल न होने के कारण लोग एक दूसरे से दूर होते जा रहें हैं तथा परिवार विखर रहें हैं। ब्रह्माकुमारी बिन्दु बहन ने कहा कि जीवन शैली और कार्यक्षे़त्र में संयम तभी आयेगा, जब हमारा मन सषक्त होगा। इसके लिये स्वयं के कार्यक्षेत्र के ज्ञान के साथ सकारात्मक सोच, अपनापन और जिम्मेवारियों का अहसास होना आवष्यक है। आंतरिक सशक्तिकरण के लिये में हमें कुछ समय स्वयं स्वयं के साथ बिताना होगा। स्वयं के गुणों और मूल्यों को उभार कर आत्म-संयम तथा आत्म-सम्मान को बढ़ाना होगा। स्वयं को स्पष्ट, पारदर्शी तथा सरल बनाये जिससे सभी का सहयोग स्वतः ही प्राप्त होता रहेगा। समय सभी को एक जैसा ही मिला है, समय का संयोजन और आपसी मेल मिलाप से कोई भी बड़े कार्य सहज ही सफल होते हैं। यदि हम प्रातःकाल जल्दी उठें और मेडिटेशन करें तो हमारा मन भी सशक्त और शांत बन सकता है। भ्राता एल.एस. मरार प्रबंधक मानिंग एस.ई.सी.एल ने कहा कि इस तरह के प्रषिक्षण लगातार चलते रहना चाहिये। जिससे अधिकारी और कर्मचारी अपने जीवन में तथा कार्यक्षेत्र में स्वस्थ्य रहें।