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NATIONAL DOCTORS DAY

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  डाॅक्टर्स स्नेह मिलन एवं परिचर्चा सम्पन्न

कोरबाः 01.07.2019-प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के तत्वाधान में विश्व सद्भावना भवन के सभागार में राष्ट्रीय डाॅक्टर्स दिवस के अवसर पर स्नेह मिलन एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया। उपस्थित चिकित्सक समूह डाॅ. बी.बी.बोर्डे जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कोरबा, डाॅ. राजेन्द्र साहू अध्यक्ष इण्डियन मेडिकल एसोसिएसन कोरबा, डाॅ नागेन्द्र शर्मा अध्यक्ष आयुष्मा, डाॅ. व्ही.के अग्रवाल, डाॅ. डी.के.श्रीवास्तव, डाॅ.उपमा नायक, डाॅ. मनीशा सिंह, डाॅ रोशनी सिंह, डाॅ.प्रदीप देवांगन, डाॅ. सुरेन्द्र मिश्रा, डाॅ. प्रदीप कश्यप, ने भारत रत्न डाॅ. विधान चन्द्र राय की प्रतिमा पर पुष्प माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। डाॅ. के.सी.देबनाथ ने कहा कि आज हम गर्व के साथ यहाॅं डाक्टर्स दिवस मनाने के लिये एकत्रित हुए हैं। डाॅ. विधान चन्द्र राॅय एक प्रख्यात मेडिकल विशेषज्ञ थे। चिकित्सा जगत में उनका नाम था। मरीज का उनमें इतना विश्वास होता था कि उनके नाम से ही बीमारी ठीक होने लगती थी। आपने मुख्य मंत्री का पद सम्हालते हुए भी अपनी चिकित्सा से जुड़ी सेवायें लोगों को देते रहे। डाॅ. बी.बी.बोर्डे ने कहा कि कोरबा जब बहुत छोटा था तब यहां पर डाॅक्टर तथा विषेशज्ञों की कमी थी लेकिन आज तो बहुत विकसित हो गया है। आज के दिन मैं विशेष उन डाॅक्टरर्स का सम्मान करना चाहूंगा जो आज भी ग्रामीण अंचल में अपनी सेवायें दे रहें हैं। डाॅ. नागेन्द्र शर्मा ने कहा कि आत्मा, इन्द्रिय  और मन की प्रसन्नता के बिना स्वस्थ जीवन की परिकल्पना ही असम्भव है। आत्मा की प्रसन्नता के लिये किसी भी दवा का निर्माण नहीं हुआ है, इसके लिये मेडिटेशन आवश्यक है। डाॅ. राजेन्द्र साहू ने कहा कि यदि हम  लोगों की संवेदनाओं को समझ कर उनका इलाज कर सकें तो बहुत अच्छा है। माउण्ट आबू में ग्लोबल हास्पिटल में मैंने यह पाया कि कैसे डाॅक्टर मन और शरीर दोनों का इलाज करते हैं। वास्तव में सम्पूर्ण स्वास्थ्य का आधार है हमारी जीवन शैली को सुव्यवस्थित रखना। डाॅ. डी.के.श्रीवास्तव ने कहा कि जैसे हम शरीर के लिये खाना खाते हैं श्वांस लेते हैं कसरत करते हैं वैसे ही आत्मा जो षरीर का ड्राईवर है, उसके लिये मेडिटेशन आवश्यक है। डाॅ. व्ही.के अग्रवाल ने अपनी शुभकामनायें व्यक्त की। ब्रह्माकुमारी रूकमणी बहन ने अपने आशीष वचन में कहा कि डाॅक्टर डबल डाॅक्टर बने, वे शरीर के साथ साथ मन का भी ईलाज करें। डाॅक्टर का सद्व्यवहार मरीज की पीड़ा को बहुत राहत देता है। दवा के साथ साथ परमात्म दुआयें भी आवष्यक हैं। ब्रह्माकुमारी बिन्दु बहन ने शब्दों, कु. नेहा तथा ब्रह्माकुमार साधराम भाई ने गीत के माध्यम से सभी का स्वागत किया। राम कुमार ए.जी.एम एन.टी.पी.सी ने धन्यवाद ज्ञापन तथा भ्राता शेखर राम ने मंच संचालन किया। ब्रह्माकुमारी लीना के द्वारा राजयोग का अभ्यास कराया गया। सभी डाॅक्टर्स को श्रीफल एवं ईश्वरीय उपहार देकर सम्मानित किया गया।

अक्षय हास्पिटल सरगबुंदिया में मरीजों एवं मेडिकल स्टाफ द्वारा डाॅक्टरर्स को पुष्प और श्रीफल देकर सम्मान किया गया। भ्राता खिलेश्वर देवांगन सहायक अभियंता डी.एस.पी.एम, भ्राता सुनील चैहान, ब्रह्माकुमारी रीतांजलि, ब्रह्माकुमारी गणेशी बहन ने भी अपनी शुभकामनायें व्यक्त की।

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GURU PURNIMA KORBA

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”ज्ञान मंथन अनुभूति” शृंखला, ब्रह्माकुमारी बिन्दु बहनजी, कोरबा, द्वारा, 21 /11/2020, 5.45 pm

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LIVE 25-09-20,07.10 PM नैतिक शिक्षा का जीवन में महत्व -बीके भगवानभाई आबू आयोजक-कोरबा-(छत्तीसगढ़)

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